A Secret Weapon For शिवलिंग पारद
A Secret Weapon For शिवलिंग पारद
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यह हमारे सभी पारद उत्पादों की शुध्धता का परिणाम है।
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वैसे तो पारद शिवलिंग पर जल नहीं चढ़ाया जाता है। लेकिन कुछ लोगो की बड़ी इच्छा होती है कि कम से कम एक बार तो इस पर जल चढ़ा दे। तो आप एक बात ध्यान रखे कि जैसे ही आप जल चढ़ा दे तो इसे तुरंत ही सूखे कपडे से साफ़ कर दे। क्यों कि पारद शिवलिंग सिर्फ दर्शनीय होता है इसे किसी भी तरह का जल नहीं चढ़ाया जाता है।
पारद शिवलिंग की पूजा करने से आर्थिक समृद्धि और धन लाभ होने की संभावना बनी रहती है।
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शिवलिंग पर अक्सर जल और बिल्वपत्र तो चढ़ाया ही जाता है लेकिन इसके अलावा भी बहुत कुछ अर्पित किया जाता है। शिवजी का कई प्रकार के द्रव्यों से अभिषेक किया जाता है। सभी तरह के अभिषेक का अलग-अलग फल दिया गया है। शिव पुराण के अनुसार किस द्रव्य से अभिषेक करने से क्या फल मिलता है? जानिए-
हिन्दू धर्म में शिव की पूजा का अत्यधिक महत्व होता है। शिव जी का पूजन करना शुभ माना जाता है। सनातन धर्म में शिव जी के स्वरूप शिवलिंग की पूजा की जाती है। कहा जाता है जो भी शिवलिंग की पूजा करता है। उस पर भगवान शिव का आशीर्वाद बना रहता है। शिवलिंग की पूजा में सबसे महत्वपूर्ण होता है पारद शिवलिंग। पारद शिवलिंग की पूजा करना अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है।
इस शिवलिंग की पूजा करने से सकारात्मक ऊर्जा का विकास होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
पुत्रार्थी शर्करायास्तु रसेनार्चेतिछवं तथा।।
प्रदोष च्या वेळी पारद शिवलिंगा वर शिव महिमा स्तोत्र ने अभिषेक करून कोणत्याही आर्थिक स्थिती चे टार्गेट पूर्ण करता येते. किंवा आर्थिक संकटे दूर करता येतात.
इसकी नियमित पूजा करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, जो जीवन के हर क्षेत्र में सफलता दिलाती है।
शिवलिंग पर चावल चढ़ाने का अपना विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि शिवलिंग पर चावल अर्पित करने से धन की प्राप्ति होती है। फिर चाहे वह धन किसी भी माध्यम से प्राप्त हुआ हो। उधार दिया गया here पैसा वापिस पाने के लिए शिवलिंग पर चावल को अर्पित करना चाहिए।
पारद भगवान शिव की प्रिय धातु है और यह पारे और चांदी से निर्मित है। पारे को विशेष प्रक्रियाओं द्वारा शुद्ध कर के ठोस आकार दिया जाता है। यह बहुत जटिल प्रक्रिया है, क्योंकि पारे से कोई ठोस पदार्थ बनाना बहुत मुश्किल है। पारद शिवलिंग में स्वयं भगवान शिव का वास है और जहां पारद शिवलिंग होता है वहां भगवान शिव साक्षात विराजमान रहते हैं।